वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर<br />२७ जुलाई, २०१८<br />उत्तराखंड<br /><br />प्रसंग:<br />आचार्य जी, मैं अध्यात्म की दिशा में जाने हेतु प्रयासरत हूँ। परन्तु मेरे रिश्तेदार मेरी जान खाए पड़े हैं, मेरी जन्मपत्री लेकर पंडितों को दिखाए पड़े हैं। कह रहें हैं कि ये लड़का हाथ से निकलता जा रहा है। बड़ी विगत परिस्थिति है, क्या करूँ, कृपया मार्गदर्शन करें।<br />माता-पिता बच्चों की शादी के लिए इतने आतुर क्यों रहते हैं?<br />क्या शादी करना ज़रूरी है?<br />विवाह क्या है?<br />क्या सबके लिए शादी करना ज़रूरी होता है?<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते